सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने की सीबीआई जांच की मांग


Sushant Singh Rajput
Sushant Singh Rajput Death Case: सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) को इस दुनिया से गए हुए ढाई साल हो चुके हैं लेकिन उनकी मौत के पीछे की असली वजह सामने नहीं हैं. वहीं एक बार फिर सुशांत सिंह राजपूत सुर्खियों में आ चुके हैं. यहीं नहीं जून 2020 में सुशांत सिंह राजपूत का पोस्टमॉर्टम करने वाले मुंबई के एक सरकारी अस्पताल के एक कर्मचारी ने सोमवार 26 दिसंबर 2022 को दावा किया कि एक्टर की मौत आत्महत्या से नहीं हुई बल्कि उनके शरीर पर फ्रैक्चर के निशान थे. वहीं इस मामले के सुर्खियों में आते ही सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति (Shweta Singh Kirti) ने देश के पीएम मोदी और गृहमंत्री से इस मामले पर इंसाफ की मांग की हैं.
श्वेता सिंह कीर्ति ने शेयर की पोस्ट (Shweta Singh Kirti Post)
We have to make sure safety of RoopKumar Shah is insured. 🙏 CBI Make SSRCase TimeBound @narendramodi @AmitShah #SushantSinghRajput https://t.co/suY8sCuwrU
— Shweta Singh Kirti (@shwetasinghkirt) December 26, 2022
सुशांत सिंह की पोस्टमार्टम टीम के सदस्य रूपकुमार शाह (Roopkumar Shah) ने उनकी मौत को लेकर बड़ा दावा किया है. इस मामले को लेकर श्वेता सिंह कीर्ति ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा- “अगर रूप कुमार की बातों में सच्चाई है तो मैं सीबीआई से इस मामले को गंभीरता से लेने की गुजारिश करती हूं. हमारा हमेशा से मानना रहा है कि आप मामले की निष्पक्ष जांच करेंगे और सच्चाई सामने लाएंगे. अभी तक हमें इस मामले में कोई समाधान नहीं मिला है और यह देखकर हमें दुख होता है”.
सुशांत सिंह की मौत हत्या या आत्महत्या (Sushant Singh Rajput Death)
Roopkumar Shah a Cooper hospital Mumbai mortuary room employee claims that Sushant Singh Rajput was Murdered. He was present their during the Postmortem he claims.
HM of Maharashtra should provide him security immediately & make him connect with CBI @Dev_Fadnavis. pic.twitter.com/2DdMt8v3zb
— Sameet Thakkar (@thakkar_sameet) December 26, 2022
आपको बता दें कि कूपर अस्पताल से पिछले महीने रिटायर हुए रूपकुमार शाह ने अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया. लेकिन उन्होंने इस बात का दावा किया है कि सुशांत सिंह की मौत आत्महत्या से नहीं हुई थी. इसके साथ- साथ उन्होंने यह भी कहा कि “जब मैंने राजपूत के शरीर को देखा, तो फ्रैक्चर के निशान थे और कुछ दबाव के कारण उसकी गर्दन के चारों ओर कुछ निशान थे. गला घोंटने और फांसी के निशान अलग-अलग हैं क्योंकि मैं करीब 28 साल से ऑटोप्सी कर रहा हूं”. इसके साथ उन्होंने आगे कहा कि, “जब मैंने सुशांत के शरीर पर अलग-अलग निशान देखे तो मैंने अपने वरिष्ठ को सूचित करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने मुझे नजरअंदाज कर दिया”.